| ثالثا - ما هو ظاهر الجوهر ، خفيّ 
                                الأثر | 
                           
                            |  | 317 | *وأما الظاهر1 
                                الجوهر ، الخفيّ الأثر ، | 
                           
                            |  |  |  | فكالخَرْبَق2 
                              مثلاً ؛ | 
                           
                            |  |  | فإنّ جَرْمَه محسوس 
                                ، وفعلَه | 
                           
                            |  |  |  | (الذي هو إسهال السوداء 
                              مثلاً) خفيَ ، قبل الامتحان والتجربة .
 | 
                           
                            |  | 318 | وهذا الضرب1 
                                يُستدلّ بظاهر جوهره  | 
                           
                            |  |  |  | على خفيّ أثره . | 
                           
                            | رابعا - ما هو خفيّ الجوهر ، ظاهر 
                                الأثر | 
                           
                            |  | 319 | وأمّا الخفيّ الجوهر 
                                ، الظاهر الأثر ، | 
                           
                            |  |  |  | فكالنفس والعقل والبارئ (جلّ وتعالى!) 
                              ؛ | 
                           
                            |  |  | وكالسبب في جذب1 
                                المغنيطس [كذا] الحديد ، | 
                           
                            | ط 203 ﺠ |  |  | فإنّه غير ظاهر الذات ، وبيّنُ الأثر (أعني : *الجذب للحديد) . +
 | 
                           
                            |  | 320 | وهذا الضرب يُستدَلّ 
                                بظاهر أثره | 
                           
                            |  |  |  | على خفيّ جوهره . |